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IoT क्या है? कैसे काम करता है? IoT का उपयोग कहाँ होता है?

क्या आपको पता है IoT क्या है? सोचो क्या होगा अगर आपने अपने घर पर एयर कंडीशनर चालू रखकर भूल गए और आप लंबे समय के लिए घर से बाहर निकल गए लेकिन क्या आप अपनी AC को अपने फोन से ही कंट्रोल कर पाए और बंध या चालू कर पाए तो कैसा होगा?

यह सुनना कितना अमेजिंग लगता है लेकिन यह सच है। ऐसा हो सकता है।

आज का जो आर्टिकल है वह इसी टॉपिक पर आधारित है जिसे कहते हैं इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT).

अभी के समय में हम इंटरनेट का उपयोग हमारे फोन, टेबलेट, डेस्कटॉप या लैपटॉप कंप्यूटर में करते हैं।

लेकिन IoT में हमारे घर में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक साधन इंटरनेट के साथ जुड़े होंगे जैसे कि टीवी, एयर कंडीशनर, बल्ब, मोटर्स, गाड़ी इत्यादि।

हमारी जिंदगी में सहूलियत और आरामदायकता लाने का काम इंटरनेट ऑफ थिंग्स से हो रहा हे।

IoT का full form क्या hai?

IoT का full form होता है Internet of Things. यह टेक्नोलॉजी नयी है लेकिन नाम पुराना है।

वर्ष 1999 में Radio Frequency Identification (RFID) टेक्नोलॉजी को प्रमोट करने के लिए Kevin Ashton ने मैनेजमेंट का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए इस टेक्नोलॉजी को नाम दिया इंटरनेट ऑफ थिंग्स



Internet of Things क्या है? (What is Internet of Things)

Internet of Things हमारे रोज के उपयोग में आनेवाले संसाधनों का ऐसा नेटवर्क है जो हमारी सहूलियत को बढ़ाने के लिए आपस में एक दूसरे के साथ कम्युनिकेट करते हैं।

स्मार्ट होम यह इंटरनेट ऑफ थिंग्स का एक उदाहरण है।

जिसमें AC, स्मोक डिटेकटर, फायर अलार्म, डोर बेल, बायोमैट्रिक्स, टेलीविजन यह सभी डिवाइस एक दूसरे के साथ जुड़े हुए होते हैं और इन सभी को मोबाइल की एप्लीकेशन के द्वारा कंट्रोल कर सकते हैं।

अभी के समय में हम इंटरनेट के माध्यम से ईमेल भेजते हैं, व्हाट्सएप पर चैट करते हैं, मैसेंजर के द्वारा मैसेज भेजते हैं, वीडियो कॉलिंग करते हैं। इसमें इंसान दूसरे इंसान के साथ इंटरनेट के माध्यम से जुड़ा हुआ होता है लेकिन internet-of-things में वस्तुए (things) एक दूसरे के साथ इंटरनेट के माध्यम से जुड़ी हुई होती है।

IoT उदाहरण (Example of IoT)

आप सुबह उठे और आपने अलार्म बंध किया, अलार्म बंध करते ही आपकी ऑटोमेटिक विंडो ओपन हो जाएगी, कॉफी या चाय का मशीन गर्म होने लगेगा, बाथरूम में वॉटर हिटर स्टार्ट हो जाएगा।

यह इसलिए हो सकता है क्योंकि सभी डिवाइस इंटरनेट के माध्यमसे एक दूसरे के साथ जुड़े हुए होते हैं और एक दूसरे को डेटा की लेनदेन करते हैं।

IoT कौन-कौन से डिवाइस में लगा सकते हैं?

IoT के लिए दो प्रकार के डिवाइस का इस्तेमाल होता है।

1) जनरल डिवाइस

हम घर में जितने भी डिवाइस का उपयोग करते हैं वह सभी जनरल डिवाइस में आते हैं।

जैसे कि एयर कंडीशनर, हीटर, मोटर, अलार्म, टीवी, बल्ब, वॉशिंग मशीन इत्यादि।

2) सेनसींग डिवाइस

इसमें सेंसर और एक्चुएटर डिवाइस आते हैं।

सेंसर वह होते हैं जो बाहर की फिजिकल वस्तुओं को इलेक्ट्रिक सिग्नल में कन्वर्ट करता है।

जैसे की थर्मामीटर एक फिजिकल डिवाइस होता है जो टेंपरेचर को इलेक्ट्रिक सिग्नल में कन्वर्ट करके दिखाता है।

एक्चुएटर इसे कहते हैं जो फिजिकल होने वाली घटनाओं को इलेक्ट्रिक सिग्नल में कन्वर्ट करके दिखाता है।
जैसे की मोटर, हीटर इत्यादि।

सेंसर और एक्चुएटर हवा में नमी, वातावरण में गर्मी, प्रकाश की तीव्रता इत्यादि को नापते हैं।

IoT कैसे काम करता है (How IoT Works?)

IoT जनरल डिवाइस और सेंसर डिवाइस इंटरनेट गेटवे के साथ कनेक्ट होते हैं और डेटा को गेटवे के माध्यम से क्लाउड के ऊपर स्टोर किए जाते हैं।

सेंसर और आईओटी डिवाइस से आने वाले डाटा के आधार पर कौन सी एक्शन लेनी है यह निर्धारित किया जाता है।

जो भी डाटा क्लाउड के ऊपर स्टोर होता है उसको प्रोसेसिंग किया जाता है और प्रोसेस किए हुए डाटा के आधार पर एक्शन लिए जाते हैं।


उदाहरण (Example of IoT)
एक सरल सा उदाहरण लेते हैं जिससे ऊपर समझाई हुई प्रक्रिया आपको सरल भाषा में समझ में आ सके।

सोचो आपके घर में एक छोटा सा बाग़ है जिसमें आप नियमित समय पर पानी डालते रहते हो जब भी जमीन सुखी हो जाए आप पानी डालते हो पानी पिलाते हो।

यही प्रक्रिया को IoT के माध्यम से ऑटोमेटिक किया जाता है।

इसके लिए बाग़ की जमीन पर एक्चुएटर डिवाइस सेट किया होता है जो जमीन की नमी का लेवल नापता रहता है।

जमीन की नमी नापने के बाद एक्चुएटर इंटरनेट गेटवे को यह डाटा भेजता है।
डेटा भेजने के लिए MQTT और HTTP प्रोटोकोल का इस्तेमाल होता है।

इंटरनेट गेटवे सभी डाटा को क्लाउड के ऊपर स्टोर करता है।

क्लाउड के ऊपर डाटा को चेक किया जाता है कि क्या जमीन की नमी का लेवल कम हो गया है?

अगर निर्धारित लेवल से नमी का लेवल कम हुआ है तो तुरंत ही बागमे लगाए हुए फव्वारे और मोटर एक्टिवेट हो जाती है और पौधों में पानी पिला दिया जाता है।
जो भी प्रक्रिया होती है उस सभी प्रक्रिया का एनालिसिस डाटा आपके फोन में आता रहता है।

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IoT के लिए कौनसे सेंसर का उपयोग होता है?

IoT के बारे में अगर बात करते है तो sensor के बारेमे जानना जरुरी है।

Sensor के बिना IoT को सोच नहीं सकते। क्योंकि इन सेंसर की वजह से ही automation शक्य हो सकता है।

IoT के लिए कई प्रकार के सेंसर का उपयोग होता है।

1) Temperature Sensor

टेंपरेचर सेंसर जहां पर भी लगा होता है उसका तापमान कितना है यह दिखाने का काम टेंपरेचर सेंसर करता है।

2) Lux Sensors

ज्यादा अंधेरा होने पर लाइट अपने आप चालू हो जाती है इसके लिए Lux Sensors का उपयोग होता है।

3) Humidity Sensors

इस प्रकार के सेंसर वातावरण में नमी कितनी है इसको नापते हैं।

4) Pressure Sensor

प्रेशर सेंसर जहाँ पर लगाया गया होता है उसमें गैस का या लिक्विड का कितना प्रेशर है इसको नापने का काम करता है।

5) Proximity Sensor

प्रॉक्सिमिटी सेंसर के पास में कोई वस्तु आती है तो यह उसको सेंस कर लेता है और आउटपुट सिग्नल के जरिए सूचना प्रदान करता है। कान के पास फोन को लाते ही फोन की स्क्रीन बंध हो जाती है। यह फोन में मौजूद Proximity Sensor की वजह से होता है।

6) Level Sensor

पानी की मात्रा कितनी है यानी कि उसका लेवल कितना है यह लेवल सेंसर के द्वारा नापा जाता है।

7) Air composition sensors

हवामे कौनसे तत्त्व, गैस है यह चेक करने का काम Air composition sensors करता है।

8) Ultrasonic sensor

इसका उपयोग किसीभी वस्तु या व्यक्ति कितनी दुरी पर है यह नापने के लिए किया जाता है।

9) Infrared sensor 

छोटे डिस्टेंस में वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए Infrared sensor का उपयोग होता है।

TV या AC के रिमोट कंट्रोल में इंफ्रारेड सेंसर लगे होते है।

IoT का उपयोग कहां पर होता है?

IoT हमारे जीवन में समय को बचाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है इसलिए सभी क्षेत्रों में IoT का उपयोग होने लगा है।

1) स्मार्ट होम
2) स्मार्ट वॉच
3) स्मार्ट कार
4) स्मार्ट तरीके से खेती करना
5) स्मार्ट रिटेल
6) स्मार्ट सिटी
7) स्मार्ट हेल्थ केयर

2018 में 23 बिलियन डिवाइस IoT के द्वारा कनेक्ट किए जा चुके थे।

2025 में यह 80 बिलियन डिवाइस को कनेक्ट कर चुका होगा।

निष्कर्ष (Conclusion)

IoT क्या है? कैसे काम करता है? इस आर्टिकल में हमने IoT का जानने का प्रयास किया।

  • IoT का फुल फॉर्म Internet of Things होता है।
  • हमारे रोज के उपयोग में आनेवाले संसाधनों का ऐसा नेटवर्क है जो हमारी सहूलियत को बढ़ाने के लिए आपस में एक दूसरे के साथ कम्युनिकेट करता है।
  • बहुत सारे संसाधनों में IoT को लगा सकते है।
  • हर एक संसाधन internet गेटवे के साथ जुड़ा हुआ होता है और आपसमे कम्यूनिकेट करते है।
  • हमारी daily life को सरल बनाने का काम IoT करता है।
  • कई प्रकार के सेंसर का उपयोग IoT के लिए किए जाते है।
  • स्मार्ट होम, कार, रिटेल, स्मार्ट सिटी, हेल्थ केर के लिए IoT का उपयोग होता है।