Email क्या है? कैसे काम करता है? Step by step in Hindi 2023
यदि आप ईमेल की दुनिया में नए हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। ईमेल की बुनियादी जानकारी जैसे Email क्या है? कैसे काम करता है?
ईमेल ने संचार में क्रांति ला दी है। ईमेल का उपयोग करने के लाभों के बारे में जानें और आज के डिजिटल युग में यह एक आवश्यक उपकरण क्यों है।
आजके आर्टिकल में यही देखने वाले है की Email क्या है? और कैसे काम करता है।
Email क्या है? (What is Email in Hindi)
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करके संदेशों की लेन-देन करने का जो तरीका होता है उसे ईमेल कहा जाता है। ईमेल सिस्टम उसे कहा जाता है जिसमें मैसेज लिख सकते हैं, आधा लिखा हुआ ईमेल संभाल कर रख सकते हैं, आया हुआ ईमेल या भेजा हुआ ईमेल डिलीट कर सकते हैं, ईमेल संदेश के साथ कोई documents attach कर सकते है। ईमेल की विशेषताएँ नीचे दी गई है।
Email की विशेषताएँ क्या है? (features of Email)
दूसरी कई सारी मैसेजिंग सिस्टम से ईमेल को अलग करता है वह है उनकी विशेषताएँ, जो नीचे दी गई है।
इनबॉक्स (Inbox): हमारे पास आए हुए मैसेजेस इनबॉक्स में रहते हैं।
आउटबॉक्स (Outbox) : जिसको हमने मैसेज भेजा है उसको सफलतापूर्वक यह मैसेज जाता नहीं तब तक वह आउटबॉक्स में रहता है।
सेंट (Sent) : जो संदेश से हमने भेजे हैं वह सब सेंट (Sent) में रहते हैं।
ड्राफ्ट (Drafts) : लिखने का अधूरा रखा हुआ संदेशा ड्राफ्ट में रहता है।
मेमो (Memo)
To: जिसको ईमेल लिखना है उसका ईमेल एड्रेस यहां पर आता है
From: जो ईमेल भेज रहा है उसका ईमेल एड्रेस यहां पर आता है
Date: ईमेल भेजने की तारीख
Subject: ई-मेल का विषय
Body: ईमेल में लिखने वाला पूरा संदेशा
Cc: मुख्य व्यक्ति के साथ दूसरे व्यक्ति को भी जब ईमेल भेजना होता है तब मुख्य व्यक्ति का ईमेल एड्रेस To में लिखा जाता है और दूसरे व्यक्ति का ईमेल एड्रेस Cc (Carbon copy) में लिखा जाता है।
Bcc: मुख्य व्यक्ति के साथ दूसरे व्यक्ति को भी जब ईमेल भेजना होता है लेकिन मुख्य व्यक्ति को पता चले बिना जब दूसरे व्यक्ति को भेजना होता है तब मुख्य व्यक्ति का ईमेल एड्रेस To में लिखा जाता है और दूसरे व्यक्ति का ईमेल Bcc (Blank carbon copy) में लिखा जाता है।
अटैचमेंट (Attachments) : ई-मेल के संदेश के साथ जो भी डॉक्यूमेंट भेजा जाता है वह कहलाता है अटैचमेंट।
फोल्डर (Folders) : अलग-अलग कैटेगरी के ईमेल को संभालने के लिए फोल्डर भी बना सकते हैं।
फॉरवर्ड (Forward) : हमारे इनबॉक्स में आए हुए ईमेल को दूसरे व्यक्ति को भेजना उसे कहते हैं फॉरवर्ड(forward) कहते हैं।
रिप्लाई (Reply) : जो ईमेल का संदेशा आया होता है उस संदेश का जवाब देना उसे कहते हैं रिप्लाई।
एड्रेस बुक (Address Book) : ईमेल एड्रेस को संभालने का जो ठिकाना होता है उसे कहते हैं एड्रेस बुक
ग्रुप (Groups) : एक से ज्यादा व्यक्तियों के ईमेल एड्रेस को इकट्ठा करके एक ग्रुप बनाया जाता है और एक व्यक्ति को ईमेल भेजने की जगह पर उस ग्रुप में ईमेल भेज सकते हैं इसलिए ग्रुप हता है।
रिटर्न रिसिप्ट (Return Receipt) : ईमेल भेजने के बाद सामने वाले व्यक्ति ने ईमेल को पढ़ा है कि नहीं उसकी रिटर्न रिसिप्ट हमें मिलती है जिससे हम पता कर सकते हैं कि हमने भेजा हुआ ई-मेल सामने वाले व्यक्ति ने पढ़ लिया है या नहीं।
सोर्टिंग (Sorting) : ईमेल एड्रेस तारीख के हिसाब से ईमेल को सोर्टिंग कर सकते हैं।
यह सारी विशेषताएँ एक वेब प्रोग्राम में दी जाती है जिसका इस्तेमाल करके ईमेल लिखा जाता है और भेजा जाता है।
इसका user interface बहुत ही सरल होता है इसलिए email system का इस्तेमाल करने के लिए कंप्यूटर एक्सपर्ट होने की आवश्यकता नहीं है।
Email की खोज किसने की?
अमेरिका के डिफेंस डिपार्टमेंट द्वारा चलाया जाने वाला एक प्रोजेक्ट था जिसका नाम था ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network). यह प्रोजेक्ट 1971 में चलाया गया था।
इस प्रोजेक्ट के दो प्रारंभिक उद्देश्य थे।
१) कंप्यूटर के रिसोर्स का दूर से इस्तेमाल करना
२) अमेरिका की डिफेंस की संस्थाओ को एक दूसरे के साथ जोड़ना
इस प्रोजेक्ट में काम करने वाले Ray Tomlinson ने एक मैसेजिंग प्रोग्राम बनाया था जिसमें उन्होंने ईमेल शब्द का इस्तेमाल किया था। यह प्रोग्राम एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में संदेशा भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन ईमेल में होने वाले जो भी विशेष फीचर होते हैं वह फीचर इस प्रोग्राम में नहीं थे इसलिए इसको ईमेल सिस्टम या ईमेल प्रोग्राम कह नहीं सकते।
Ray Tomlinson का दावा है कि Email शब्द उन्होंने ARPANET के प्रोजेक्ट के दौरान 1971 में इस्तेमाल किया था ई-मेल की खोज उसने की है ऐसा उनका दावा था।
साल 1978 में एक 14 साल के इंडियन अमेरिकन लड़के Shiva Ayyadurai (शिवा अयदुरई) ने यूनिवर्सिटी ऑफ University of Medicine and Dentistry of New Jersey के लिए एक email system तैयार किया था। ई-मेल सिस्टम में ई-मेल में होने वाले सभी फीचर्स उपलब्ध थे।
साल 1984 में U.S. Copyright Office ने Shiva Ayyadurai को ई-मेल के लिए कॉपीराइट रजिस्टर किया।
बहुत साल तक यह संदेह रहा कि ईमेल की खोज किसने की है लेकिन Ray Tomlinson के मृत्यु के बाद उसे ही ईमेल के खोजकर्ता कहने लगे लेकिन सही अर्थ में देखा जाए तो Ray Tomlinson ने जो प्रोग्राम लिखा था वह ईमेल सिस्टम नहीं एक मैसेजिंग सिस्टम था।
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लोगों के लिए उपलब्ध पहला Email सिस्टम कौन सा था?
साल 1983 में MCI Communications Corporation के द्वारा व्यावसायिक रूप में लोगों के लिए ईमेल सर्विस की शुरुआत की गई।
कुछ जानी मानी Email सिस्टम कौन सी है और किस साल में शुरू हुई?
AOL Mail : 1993
Hotmail : 1996
Rediffmail :1997
Yahoo mail : 1997
Gmail : 2004
Email के संदर्भ में उपयोग में आने वाले Component /terminology कौन सी हैं?
इंटरनेट किस तरह से काम करता है यह हमने पहले देखा हुआ है लेकिन ईमेल सिस्टम किस तरह से काम करता है यह जानने से पहले ई-मेल के संदर्भ में जो भी कंपोनेंट, terms उपयोग में आते हैं उसको जानना आवश्यक है।
उसको जाने बिना ईमेल किस तरह से काम करता है यह जानना थोड़ा मुश्किल है इसलिए ई-मेल के संदर्भ में जो भी कंपोनेंट या term उपयोग में आते हैं वह सभी कंपोनेंट का विवरण नीचे दिया गया है।
Email Client or MUA (Mail User Agent) क्या है?
ईमेल भेजने वाला व्यक्ति ईमेल लिखने, पढ़ने और भेजने के लिए जिस एप्लीकेशन प्रोग्राम का इस्तेमाल करता है उसे MUA (Mail User Agent) कहा जाता है। हम सभी इस mail client से परिचित हैं और हम इसका इस्तेमाल भी करते हैं इनका नाम है Microsoft outlook, Gmail, Thunderbird, Yahoo mail, rediffmail, Hotmail आदि
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Email Server क्या है?
हमारे शहर में जिस तरह से पोस्ट ऑफिस सभी लेटर का कलेक्शन करके उसका डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता है उसी तरह ईमेल सर्वर भेजे हुए mail को संभालना, फारवर्ड करना और दूसरे के आए हुए mail को हमारे तक पहुंचाने का काम करता है। अगर आप gmail इस्तेमाल करते हो तो आपके सभी आने वाले email-gmail के सर्वर पर store होंगे।
SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) क्या है?
SMTP यह एक protocol है, प्रोग्राम है, एक सॉफ्टवेयर है जो हमारे भेजे हुए ईमेल को दूसरे server तक पहुंचाने का काम SMTP करता है। Outgoing messages के लिए SMTP का इस्तेमाल होता है।
उदाहरण के तौर पर अगर हम देखें तो ABC नाम का एक व्यक्ति है जिसका gmail में अकाउंट है और उसका email address है abc@gmail.com
दूसरा एक व्यक्ति है जिसका नाम है XYZ और उसका yahoo mail में अकाउंट है और उसका email address है xyz@yahoo.com
Gmail का ABC नाम का व्यक्ति एक संदेश लिखता है yahoo mail के XYZ व्यक्ति को।
ABC नाम के व्यक्ति का संदेश gmail के server पर जाकर store होगा और gmail के server से संदेश को yahoo mail के server तक पहुंचाने का काम करेगा SMTP
SMTP यह एक प्रोटोकोल है, प्रोग्राम है जो यूज़र ने भेजे हुए संदेश को एक server से दूसरे server तक पहुंचाने का काम करता है।
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POP3 (Post Office Protocol version 3) क्या है?
POP3 एक प्रोटोकोल है, प्रोग्राम है, guidelines है जो email server पर काम करता है। दूसरों के भेजे हुए email को हमारे क्लाइंट कंप्यूटर तक पहुंचाने का काम pop3 प्रोटोकॉल करता है। POP3 का इस्तेमाल इनकमिंग मैसेजेस के लिए किया जाता है।
आए हुए email messages को client machine में या phone में या कंप्यूटर में डाउनलोड करने की सुविधा POP3 देता है और डाउनलोड हो जाने के बाद वह email delete हो जाता है।
एक बार हमारे मोबाइल में email message डाउनलोड हो जाने के बाद हम उस email message को बिना इंटरनेट के पढ़ सकते है।
आए हुए email message को हमारे फोन में डाउनलोड करने के बाद अगर हम वही अकाउंट से किसी दूसरे desktop , laptop या phone में login करते हैं तो हमें आए हुए email messages दिखाई नहीं देंगे।
POP3 की यही एक खास बात है कि एक बार email message हमारे फोन या client कंप्यूटर में डाउनलोड हो जाने के बाद server से वह delete हो जाता है और जिस फोन में या कंप्यूटर में आपने ईमेल को डाउनलोड किया है वही कंप्यूटर या फोन में आप उस ईमेल मैसेजेस को पढ़ सकते हो दूसरे किसी भी डिवाइस में लॉग इन करने के बाद आपको वह email messages देखने को नहीं मिलेंगे।
IMAP (Internet Message Access Protocol) क्या है?
POP3 प्रोटोकॉल की तरह IMAP प्रोटोकॉल भी एक इनकमिंग मैसेज प्रोटोकोल, प्रोग्राम, सॉफ्टवेयर है जो server पर काम करता है। दूसरे के भेजे हुए ईमेल मैसेज हम IMAP के द्वारा पढ़ सकते हैं।
जब हम वेब आधारित email system का इस्तेमाल करते हो तब IMAP का इस्तेमाल होता है।
email server हमारे email messages को server पर संभाल के रखता है। किसी भी कंप्यूटर में हम लॉगइन करने के बाद हमारे ईमेल मैसेज IMAP की मदद से पढ़ सकते हैं।
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IMAP और POP3 मैं क्या फर्क है?
इन दोनों में मुख्य फर्क यह है कि POP3 के इस्तेमाल से mail server से mail को client कंप्यूटर में डाउनलोड करने के बाद mail server से डिलीट कर दिया जाता है और उसके बाद offline भी आप ईमेल अपने कंप्यूटर या मोबाइल में बिना इंटरनेट के पढ़ सकते हो।
IMAP से आप किसी भी कंप्यूटर या फोन से लॉगिन करके मैसेज पढ़ सकते हो क्योंकि server से मैसेज डिलीट नहीं होते हैं।
MSA (Mail Submission Agent) क्या है?
Mail Submission Agent (MSA) यह एक सर्वर का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो Mail User Agent (MUA) के पास से आए हुए ईमेल की Error (खामि) को चेक करने का काम करता है।
खामिया चेक करने के बाद अगर ईमेल सही लगता है तो Simple Mail Transfer Protocol (SMTP) के माध्यम से संदेश को Mail Transfer Agent (MTA) को भेजता है।
MTA (Mail Transfer Agent) क्या है?
MSA → MTA→ MTA
यह मेल सर्वर की एक एप्लीकेशन है जो MSA के द्वारा या दूसरे MTA के द्वारा भेजे हुए mail को प्राप्त करता है और प्राप्त किए हुए हैं ईमेल को destination mail server तक पहुंचाने का काम करता है। MTA के पास mail आने के बाद DNS (Domain Name System) के द्वारा mail का MX record चेक किया जाता है।
MX (Mail Exchanger) record क्या है?
MX record का full form होता है Mail Exchanger record.
जब हम email address लिखते हैं तो @ के बाद domain name होता है उदाहरण के तौर पर अगर देखे तो sender@gmail.com, इसमें gmail.com यह डोमेन नेम है वैसे ही hotmail.com, rediffmail.com, yahoo.com आदि email server के domain name है
हर एक domain name के अनुरूप उसका IP address होता है और यह रिकॉर्ड Mail Exchanger (MX) Record में संभाले जाते हैं। मेल प्राप्त करने वाले domain server के IP address का उपयोग करके मेल भेजने वाला MTA मेल प्राप्त करने वाले MTA तक मेल को SMTP के माध्यम से पहुँचाता है।
MSA → MTA→ Check MX Record → Get IP address of destination server
MDA (Mail Delivery Agent) क्या है?
यह एक server का प्रोग्राम है जो MTA से मेल को प्राप्त करता है और server के mailbox में संभाल कर रखता है। MDA को LDA (Local Delivery Agent) भी कहा जाता है।
MRA (Mail Retrieval Agent) क्या है?
MRA यह एक कंप्यूटर एप्लीकेशन है जो mail server से mail को local mailbox में लेकर आने का काम करता है। server से लोकल मेल बॉक्स में mail को लाने के लिए दो तरह के प्रोटोकॉल या प्रोग्राम का इस्तेमाल होता है जो है IMAP और POP3.
Flow of Email
MUA → MSA → MTA → … → MTA → MDA →→ MRA →→ MUA,
push steps (→) and pull steps (→→).
Email कैसे काम करता है? (How email works? step by step in Hindi)
Email क्या है? यह तो आपने जाना लेकिन Email कैसे काम करता है?
Email किस तरह से सन्देश भेजनेवाले (sender) से प्राप्त करनेवाले (receiver) तक पहुँचता है?
इस उदाहरण में gmail और yahoo mail के दो अलग वेब सर्वर के जरिए वेब मेल को समझेंगे।
ऊपर की इमेज में आप देख सकते हैं कि एक Gmail का user yahoo के user को एक संदेश लिख रहा है।
दोनों अलग कंपनी के अकाउंट है ईमेल लिख कर भेजने के बाद क्या क्या प्रकिया होती है? और कौन से पड़ावों को पार करके लिखा हुआ संदेश दूसरे user तक पहोचता है? यह हम नीचे step by step देखेंगे।
Step 1: ईमेल लिखना और MUA से आगे ट्रांसफर होना
वेब मेल की एप्लीकेशन (MUA) का उपयोग करने के लिए इंटरनेट से कनेक्ट होना आवश्यक है।
इंटरनेट से कनेक्ट करने के बाद हम किसी को संदेश भेजना चाहते हैं तो पहले आप अपना ब्राउज़र ओपन करते हैं और आपका ईमेल अकाउंट जिस किसी भी कंपनी (yahoo, gmail, hotmail) का हो आप उसे ओपन करके लॉगिन करते हो।
इस उदाहरण में gmail का user लॉगिन करता है और gmail की आप्लिकेशन ओपन होती है जिसे Mail User Agent (MUA) कहते है। MUA के जरिए एक संदेश लिखते हो और Send बटन पर क्लिक करते हो।
Step 2: MUA से MSA के पास मेल का जाना
MUA → MSA
Send बटन दबाने के बाद लिखा हुआ मेल MUA (Mail User Agent) यानी आपके gmail के आकउंट से SMTP के माध्यम से gmail के सर्वर पर MSA (Mail Submission Agent) के पास जाता है। MSA यह मेल सर्वर का एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो नए लिखे हुए मेल को MUA के पास से प्राप्त करता है।
Step 3 : MSA से MTA के पास मेल का जाना
MUA → MSA → MTA → DNS → Check MX Record
Gmail सर्वर का MTA(Mail Transfer Agent) मेल को दूसरे सर्वर तक पहुंचाने से पहले मेल प्राप्त करनेवाले सर्वर का डोमेन एड्रेस चेक किया जाता है।
MTA यह रिकॉर्ड DNS के माध्यम से चेक करता है। DNS सभी डोमेन का Mail Exchanger (MX) record संभाल कर रखता है और मेल प्राप्त करने वाले सर्वर का IP address MTA को मिलता है।
Step 4 : मेल का एक सर्वर से दूसरे मेल सर्वर तक जाना (MTA to MTA)
MUA → MSA → MTA
MTA मेल को SMTP के माध्यम से मेल प्राप्त करने वाले सर्वर तक पहुंचाने का काम करता है।
MUA → MSA → MTA → MTA
मेल प्राप्त करनेवाले सर्वर का MTA आए हुए मेल को प्राप्त करता है और MDA (Mail Delivery Agent) को भेजता है।
Step 5 : MTA to MDA
MUA → MSA → MTA → MTA → MDA → Mailbox
MDA मेल को सर्वर के मेल बॉक्स (mailbox) में संभाल कर रखता है। इसके बाद मेल प्राप्त करनेवाले यूज़र को उनके मेल अकाउंट में एक नया ईमेल नोटिफिकेशन प्राप्त होगा।
Step 6 : मेल बॉक्स से यूज़र तक मेल का पहुँचना (Mailbox to MUA)
MUA → MSA → MTA → MTA → MDA → Mailbox → MSU
मेल प्राप्त करनेवाले यूज़र को मेल का नोटिफिकेशन मिलने के बाद IMAP और POP3 यह दो तरह के प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करके MUA (Mail User Agent) मेल को यूज़र तक पहोचता है। आए हुए मेल को क्लाइंट मशीन में डाउनलोड करने के लिए POP3 प्रोटोकॉल का इस्तेमाल होता है और सर्वर पर और क्लाइंट में दोनों में मेल को रखने के लिए IMAP प्रोटोकॉल का इस्तेमाल होता है।
FAQ : अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1) Email address क्या होता है? (What is Email address?)
जिस तरह हमारे घर का पता होता है वैसे ही किसी भी व्यक्ति को ईमेल भेजने के लिए हमारा खुद का ईमेल एड्रेस होना आवश्यक है।
जीस एड्रेस का इस्तेमाल करके हम दूसरे को ईमेल लिखते हैं उस एड्रेस को ईमेल आईडी या ईमेल एड्रेस कहां जाता है।
उदाहरण : shridhar.solanki@gmail.com
इसमें shridhar.solanki email इस्तेमाल करने वाले का नाम है और gmail.com ईमेल की सर्विस प्रोवाइडर का domain name है।
ईमेल एड्रेस का इस्तेमाल ईमेल भेजने के लिए और प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
1) Business Email address क्या होता है? (What is Business Email address?)
business email यह एक professional ईमेल एड्रेस होता है जिसमे डोमेन का नाम उस कंपनी का नाम होता है।
उदाहरण : shridhar.solanki@techd100.com यह एक बिज़नेस ईमेल एड्रेस है। इस ईमेल एड्रेस में @ के बाद कंपनी का डोमेन नाम लिखा हुआ आता है जबकि पर्सनल ईमेल में email service provider कंपनी का domain name आता है जैसे की shridhar.solanki@gmail.com यह एक पर्सनल ईमेल एड्रेस है।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस आर्टिकल में हमने देखा की Email क्या है? और कैसे काम करता है?
MUA (Gmail application) के माध्यम से मेल लिखते है और send बटन दबाकर मेल को लोकल मेलसर्वर (Gmail server ) में जाता है।
MSA नए लिखे हुए मेल को प्राप्त करता है और MTA को भेजता है और MTA आए हुए मेल का आईपी ऐड्रेस डीएनएस के माध्यम से ढूंढ कर मेल प्राप्त करने वाले मेल सर्वर को SMTP के माध्यम से पहुंचाता है।
मेल प्राप्त करने वाले सरवर के MTA को मेल मिलता है और वह उस मेल को MDA के पास भेजता है और MDA मेल बॉक्स में मेल को संभाल कर रखता है।
मेल प्राप्त करने वाले यूजर को नए ईमेल का नोटिफिकेशन मिलता है और MUA के माध्यम से मेल सर्वर से मेल को अपने क्लाइंट में डाउनलोड कर लेता है।
कोई भी संदेश email एप्लीकेशन से SMTP के माध्यमसे दूसरे व्यक्ति के ईमेल के सर्वर में मैसेज पहोचता है और POP3 के माध्यम से email पढ़ सकते है।
सुझाव
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